अञ्जुको सम्बन्ध बिच्छेद !

अञ्जुले मनोजसँग सम्बन्धबिच्छेदका लागि एक कानुन ब्यबसायीसँग परामर्श गरिरहेकी छन् ।

टीचर के टॉपलेस फोटो ने मचाया तूफान

ब्रिटेन के नामी हैरो स्कूल की एक आर्ट टीचर के टॉपलेस फोटो ने तूफान मचा दिया है। आर्ट टीचर जोएन सैली के ये उत्तेजक फोटो स्कूल के स्टूडेंट्स के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।

सेक्स डॉल ने बढ़ा दी सायरस की परेशानी!

किसी की लोकप्रियता और खूबसूरती का इससे भद्दा इस्तेमाल और क्या हो सकता है कि उसके नाम और पहचान पर सेक्स डॉल की बिक्री शुरु कर दी जाए।सिंगर माइले साइरस के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है।

अब नही देख पाएंगे पोर्न साइट्स

चीन में 62 ऐसी वेबसाइटों को प्रतिबंधित कर दिया गया है

लांच हुआ दुनिया की सबसे बड़ी साइज का ब्रा

ब्रिटेन की एक कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी साइज का ब्रा लांच किया है।

Tuesday, August 6, 2013

एक ऐसी बिल्डिंग जो गाती है


जर्मनी की यह बिल्डिंग गाती है यहां रहने वाले इंसान नहीं। इसपर लगे इन सैक्सोफोननुमा पाइपों में से बहती है संगीत की धार... कैसे? 
इस बिल्डिंग पर जब भी बारिश की बूंदें गिरती हैं, तो इसमें से निकलता है मधुर संगीत...
जर्मनी के ड्रेसडन में बसी है यह बिल्डिंग। स्टूडेन्ट्स एरिया में बनी यह बिल्डिंग लोगों के बीच आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।

इस बिल्डिंग पर लगे ये पाइप बिल्कुल ऐसे लगते हैं जैसे कोई म्यूज़िकल इन्स्ट्रूमेन्ट नहीं है। पर हैं क्या? 
नहीं-आर्ट के इस बेहतरीन एग्जाम्पल को तीन लोगों ने मिल कर डिजाइन किया है।नहीं। ये सचमुच म्यूज़िकल इन्स्ट्रूमेन्ट्स नहीं हैं। ये तो इस बिल्डिंग के ड्रेन और गटर हैं। है न कमाल?

उन्होंने सोचा, ड्रेन तो बनाने ही हैं। तो क्यों न उन्हें कुछ ऐसे बनाया जाए कि वह सब से अलग हों। और नतीजा, आपके सामने है...
इन छोटे-छोटे पाइपों से जब पानी इस बड़ी पाइप में गिरता है, तब छूटता है संगीत और आस-पास बहने लगता है..
इन ड्रेनेज पाइप्स को शक्ल भी ऐसी ही दी गई है मानो ये म्यूज़िकल इन्स्ट्रूमेन्ट्स हों...


इन पाइपों और गटरों को आपस में ऐसे जोड़ा गया है कि एक का पानी निकल कर सीधा दूसरी में जाता है।
कला का अद्भुत नमूना है यह बिल्डिंग.

ऐंजलीना को गिफ्ट में प्राइवेट जेट



लंदन।। हॉलिवुड ऐक्टर ब्रैड पिट के बारे में खबर है कि वह अपनी हमसफर ऐंजलीना जोली के लिए एक निजी विमान खरीदना चाहते हैं।

'कॉन्टैक्ट म्यूजिक' के अनुसार, हॉलिवुड ही नहीं दुनिया भर में चर्चित यह ऐक्टर-ऐक्ट्रेस जोड़ा आजकल एक-दूसरे के पास रहने के लिए पूरा टाइम नहीं निकाल पा रहा है। इसकी वजह यह है कि 38 साल की खूबसूरत और काबिल ऐक्ट्रेस जोली अपने निर्देशन में बन रही फिल्म 'अनब्रोकन' को लेकर बेहद व्यस्त हैं।

वैसे जोली के पास पायलट का लाइसेंस है। ऐसे में ब्रैड द्वारा उन्हें जेट गिफ्ट करना बढ़िया सोच ही कही जाएगी। पास में निजी विमान होने से दोनों एक-दूसरे से जल्दी-जल्दी मिल सकेंगे।
Angelina Jolie with Brad Pitt

पाकिस्तान का सलमान,सलमान खान का डुप्लिकेट

Salman-Khan-duplicate
सलमान खान को 
अब अगर बॉडी डबल की जरूरत पड़े, तो शायद वह पाकिस्तान जाना चाहें! दरअसल, पाकिस्तान के सियालकोट जिले के हसनैन सलीम इन दिनों इंटरनेट पर चर्चा का विषय बने हुए हैं और इसकी वजह उनका बॉलिवुड ऐक्टर सलमान खान के जैसा दिखना है। हसनैन न सिर्फ सलमान जैसे दिखते हैं, बल्कि पाकिस्तान में इंटरनेट पर उनकी फॉलोइंग भी सलमान जैसी ही है। उनके बोलने-चलने का स्टाइल भी सल्लू मियां जैसा है।

यंग सलमान दिखने वाले हसनैन ने बॉडी भी सलमान खान जैसी ही बनाई हुई है। यही वजह है कि उन्हें इंडियन ऐक्टर सलमान खान के पाकिस्तानी फैन्स से बहुत वाहवाही मिल रही है। लोग वहां उनके साथ हाथ मिलाते हैं, फोटो खिंचवाते हैं और उन्हें बिल्कुल ऐक्टर की तरह ही ट्रीट करते हैं।

पाकिस्तान के एक टीवी चैनल ने हसनैन का परिचय देते हुए कहा, 'अगर आप सलमान खान, द सुपरस्टार, से मिलना चाहते हैं तो उसके लिए आपको इंडिया जाने की जरूरत नहीं।' लेकिन हर कोई हसनैन के सल्लू ऐक्ट से इम्प्रेस नहीं है। पाकिस्तान फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े एक सूत्र ने हमें बताया, 'इस लड़के ने सलमान के साथ अपनी शारीरिक समानता को कुछ ज्यादा ही गंभीरता से ले लिया है। इसने हाल ही में अपना हेयरकट बदला है, ताकि वह इस समानता को पूरा कर सके। वह सलमान को कॉपी करता है। उसने सलमान की तरह चलना और बोलना भी शुरू कर दिया है।'

ऐक्ट्रेस जूही चावला के अंकल और पाकिस्तान में लीडिंग डिस्ट्रिब्यूटर सतीश आनंद, जो 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई दोबारा' डिस्ट्रिब्यूट कर रहे हैं, का कहना है, 'सलमान के इस ड्यूप्लिकेट के बारे में कोई चर्चा नहीं है। कोई इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। ज्यादा से ज्यादा यह कैमियो हासिल कर सकता है। ड्यूप्लिकेट्स आते और जाते हैं। आपके स्टार को इससे कोई डर नहीं- न ही गंभीर, न ही हल्का।'

ऐश्वर्या अपने आइटम डांस से करेंगी सबको कायल

Aishwarya rai bachchan
अब ऐश्वर्या अपने आइटम डांस से करेंगी सबको कायल
मुंबई। ऐश्वर्या राय बच्चन का नाम बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों की लिस्ट में शामिल है जिनके चाहने वालों की लिस्ट में कभी भी कोई कमी नहीं हुई है। ऐश्वर्या राय के शादी करके बच्चन परिवार का हिस्सा बन जाने के बाद भी लोग उन्हें फिल्मी पर्दे पर अभिनय करते देखने के लिए तरसते हैं। बस अब और इंतजार नहीं ऐश्वर्या राय बच्चन जल्द ही संजय लीला भंसाली की अगली फिल्म 'रामलीला' में आइटम डांस करते हुए नजर आएंगी जिसमें अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और अभिनेता रणवीर सिंह मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
बॉलीवुड के सूत्रों का कहना है कि मशहूर निर्देशक संजय लीला भंसाली को ऐसा लगता है कि उनकी फिल्म 'रामलीला' में आइटम नंबर के साथ न्याय केवल ऐश्वर्या राय बच्चन कर सकती हैं। वैसे ऐश्वर्या पहले भी संजय लीला भंसाली के निर्देशन में 'निम्बो ड़ा' 'ढोली तारो' और 'डोला रे' जैसे कई सुपरहिट डांस नंबर कर चुकी हैं। यदि आइटम नंबर की बात की जाए तो फिल्मो 'बंटी बबली' के आइटम सांग 'कजरा रे' पर आइटम डांस करके ऐश्वर्या राय बच्चन ने हजारों दर्शकों को अपना कायल बना लिया था।
ऐसा लगता है कि जैसे आजकल बॉलीवुड में एक नया ट्रेंड आ ग्या है जिसमें अपने समय में हिट रह चुकी एक्ट्रेस सालों बाद बॉलीवुड में आइटम सांग के जरिए कमबैक करती है। हाल ही में सिल्वर स्क्रीन से दूर रही अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने अयान मुखर्जी की फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' के आइटम सांग आगरा से घाघरा में आइटम डांस करके फिर से अपने चाहने वालों को अपना कायल बना लिया। फिल्म 'आजा नच ले' से माधुरी दीक्षित ने सिल्वर स्क्रीन पर कमबैक तो किया पर उनके प्रशंसकों की तारीफ उन्हें आइटम सांग 'आगरा से घाघरा' के बाद ही मिली। ऐश्वर्या राय बच्चन से भी लोगों को माधुरी दीक्षित जैसी ही कुछ उम्मीदें हैं कि वो फिर से एक बार बॉलीवुड में अपना मुकाम बना पाएंगी।

अमेरिका में चार साल का बच्चा दोबारा बना मेयर

mayer in america
कमाल कर दिया! अमेरिका में चार साल का बच्चा दोबारा बना मेयर
न्यूयार्क। यकीन नहीं होगा, लेकिन यह हकीकत है। अमेरिका में एक छोटे से शहर के मेयर पद पर चार साल का नन्हा बालक दोबारा काबिज हुआ है, जो अभी तक प्री-स्कूल भी पूरा नहीं कर पाया है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, चार वर्षीय राबर्ट 'बॉबी' टफ्ट्स रविवार को मिनेसोटा के छोटे से कस्बे डोर्सेट का मेयर पुन: निर्वाचित हुआ। डोर्सेट के वार्षिक उत्सव में टफ्ट्स के नाम की पर्ची निकलने पर उसे दोबारा कस्बे का मेयर घोषित किया गया। इसके पहले जब वह पहली दफा मेयर चुना गया था तब उसकी उम्र महज तीन वर्ष थी।
पर्यटक स्थल डोर्सेट की कुल आबादी मात्र 22 से 28 लोगों के बीच रहती है। इस छोटे से कस्बे में कोई स्थानीय शासन नहीं है जिसके कारण यहां के लोगों की जब इच्छा होती है तब वे नये मेयर का चुनाव कर लेते हैं, वह भी महज एक डॉलर (करीब 60 रुपये) खर्च कर। इसके लिए स्टोरों पर मतदान बाक्स रख दिए जाते हैं और मतदान से इकट्ठा हुई धनराशि की मदद से कस्बे के लोगों के लिए उत्सव का आयोजन किया जाता है। मेयर के रूप में बॉबी का पहला साल काफी सफल रहा। इस दौरान उसने समर वॉक से 750 डॉलर (45 हजार रुपये) इकट्ठा किए।

इस छोटी सी बच्ची ने किया कमाल, आइंस्टीन को भी छोड़ा पीछे

Einstein
इस छोटी सी बच्ची ने किया कमाल, आइंस्टीन को भी छोड़ा पीछे
लंदन। ब्रिटेन में एक स्कूली छात्रा ने बुद्धिमत्ता के मामले में भौतिक शास्त्र के महारथी वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन और भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग को मात दे दी है।
ब्रिटिश मेनसा के प्रवक्ता ने बताया कि 11 वर्षीय केरिस कुकसामी पारनेल ने मेनसा आइक्यू टेस्ट में 162 अंक हासिल किए। वह हॉकिंग, आइंस्टीन और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स से ज्यादा बुद्धिमान है, जिनका आइक्यू स्तर 160 है।
छठी कक्षा में पढ़ने वाली पारनेल ने मेनसा आइक्यू प्रतियोगिता में हिस्सा अपने पिता से ज्यादा अंक हासिल करने के लिए लिया था, जिन्होंने 142 अंक हासिल किए थे। डेली एक्सप्रेस अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पारनेल ने न केवल अपने पिता से बल्कि टेस्ट में मिलने वाले सर्वाधिक 162 अंक हासिल किए हैं।' नार्थहैंपटन निवासी पारनेल ने गत 27 जुलाई को परीक्षा दी थी। वह यह टेस्ट देने वाली सबसे कम उम्र की प्रतिभागियों में से एक हैं। पारनेल ने कहा, 'टेस्ट देने का मेरा मकसद अपने पिता से ज्यादा अंक हासिल करना था, लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं इतने ज्यादा अंतर से जीत जाऊंगी।' वह एक बैंकर बनना चाहती हैं। उल्लेखनीय है कि जिंदा रहते हुए आइंस्टीन ने कभी आइक्यू टेस्ट नहीं दिया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि उनका आइक्यू स्तर 160 के करीब था।

बर्गर-चाय की प्याली की तरह दिखती है कार

Sudhakar Yadav
बर्गर-चाय की प्याली की तरह दिखती है कार
इस विशुद्ध भारतीय कार की खूबी यह है कि यह कार जैसी तो बिल्कुल भी नहीं दिखती। यह बनाई कुछ इस तरह गई है कि शायद आप इसे खाने-पीने, इस पर सोने, पढ़ाई करने के लिए उपयोग करना या इससे क्रिकेट या फुटबॉल खेलना चाहें। इस कार के लिए कोई निश्चित आकार, रंग या बैठने की सीट नहीं है। आप जैसा चाहेंगे यह कार वैसी ही दिखती है। आपको बर्गर बहुत पसंद है, इस कार को बर्गर बनाकर रख सकते हैं। चाय के दीवाने हैं, यह कार चाय की प्याली बन जाएगी। क्रिकेट बहुत पसंद है, आप इसे बैट-बॉल बनाकर रख सकते हैं। आपको फुटबॉल बहुत पसंद है, इसे फुटबॉल के आकार में सड़कों पर चला सकते हैं। सिगरेट बहुत पीते हैं, इस सिगरेटनुमा कार को आप धड़ल्ले से सड़कों पर चला सकते हैं। आप थकते बहुत ज्यादा हैं पर सफर में अपना आरामदायक दीवान बेड तो लेकर चल नहीं सकते, इसलिए यह कार आपके दीवान बेड की तरह ही दिखती और उतनी ही आरामदायक है। इसे चाहें तो अपने सोने के कमरे में डबल बेड के रूप में सजाएं या आधी रात में इसे चलाकर सड़कों पर निकल जाएं। ये कहानियां नहीं कारें हैं असली कारें, जिन्हें आप कार की तरह सड़कों पर चला सकते हैं पर बैट-बॉल, कप-प्लेट, बर्गर, सिगरेट, फुटबॉल, दीवान बेड, सोफा, झूला, स्टडी टेबल, कैमरे की तरह दिखने वाली ये कारें कहीं से भी आपको कार की तरह नहीं दिखेंगी। आपने महंगी से महंगी गाडि़यां देखी होंगी पर ऐसे अजूबे कार शायद कभी न देखे हों।
भारत में मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले सुधाकर यादव को बचपन से ही कारों का बहुत शौक था। पर आज वह उल्लेखित इसलिए हैं क्योंकि उनकी पसंद सिर्फ कार नहीं थी, उन्हें रोजाना उपयोग की जाने वाली चीजों जैसी दिखने वाली कारें चाहिए थीं। अब आपके डबल दीवान बेड की तरह दिखने वाली कारें तो मिलती नहीं और उन्हें वैसी ही कार चाहिए थी। इसलिए उन्होंने अपनी पसंद की कार खुद बनाने की सोची। 14 साल की उम्र से ही उन्होंने कारें बनानी शुरू की थीं। बड़े होकर श्री सुधाकर का यही शौक एक प्रकार से उनका काम बन गया। आज उनकी बनाई 700 से अधिक कारें ऐसी ही अजीबोगरीब और लोगों के लिए कौतुहल का विषय हैं। कई लोगों ने सुधाकर से ऐसे कार उनके लिए बनाने का अनुरोध किया पर सुधाकर इन कारों को पेशेवर रूप से बेचना नहीं चाहते। इसलिए 700 की बड़ी संख्या में अपने सभी नायाब आकारों वाले इन कारों के लिए इन्होंने एक संग्रहालय बनाया है। सुधा कार संग्रहालय के नाम से इनका यह संग्रहालय अंतरराष्ट्रीय स्तर भी अपनी पहचान बना चुका है। इस संग्रहालय में आने के लिए एक हजार पाउंड (लगभग 90 हजार रुपए) की फीस है। इसलिए हर किसी के लिए इन कारों को देखना संभव तो नहीं है पर ऐसे कारों की कल्पना भी शायद हर किसी के लिए रोमांचक होगी।

बस एक गीयर के साथ उड़ चलेंगे..

Terrafugia

ट्रैफिक की परेशानियां नहीं, ट्रैफिक का कोई नियम नहीं, सब बस अपनी मरजी, अपनी सुविधा से, जैसे चाहो करो, सारा आसमान फिर आपका ही है। आप सोचेंगे, जरा हटके में ये बेतुकी बातें कहां से आ गई। पर जनाब, जरा रुकिए..सोचिए तो कि आखिर शब्द इशारा क्या कर रहे हैं! ये इशारा है आपके सपनों को पंख लगाने की तरफ। आपकी परेशानियों का एक रोमांचक हल ढूंढ़ने की तरफ, उन परेशानियों का हल जिससे आप रोज जूझते हैं पर कोई भी आपकी परेशानी को परेशानी समझने की जहमत नहीं उठाता। आप रोज इसके दर्द से कराहते हैं पर कोई इसे आपका दर्द मानता ही नहीं!
अमेरिका के ओश्कॉश में लोग आजकल उड़ने वाली कार का ऑर्डर दे रहे हैं। जी हां, उड़ने वाली कार। पिछले साल इस प्रोजेक्ट की घोषणा करने वाली टेराफ्यूजिया कंपनी ने पिछले सप्ताह यहां इस कार का प्रदर्शन किया। इस कार की खासियत यह है कि इसे उड़ाने या रखने के लिए आपको कोई मशक्कत करने की जरूरत नहीं है। आम कारों की ही तरह आप इस कार का रख-रखाव भी कर सकते हैं। उड़ने के लिए भी आपको हवाई जहाज की तरह रन-वे की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप इसे रोड पर आम कारों की तरह ही चला सकते हैं। पर कई बार ऐसा होता है कि लंबी ट्रैफिक के कारण आप समय पर कहीं पहुंच नहीं पाते। बीच ट्रैफिक में आपको लगता है कि काश इसके बीच से उड़कर जा सकते!
यह कार कुछ ऐसी ही सोच को हकीकत में बदलती है। अगर कभी ऐसा हुआ कि आप लंबी ट्रैफिक में फंस जाएं, तो इस कार से आप चाहें तो बीच ट्रैफिक से उड़कर जा सकते हैं। इसके लिए आपको हवाई जहाज की तरह रन-वे पर दौड़ने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। इसलिए लोगों को यह कार बहुत लुभा रही है। कंपनी ने पिछले साल इसका खाका पेश किया था और अब 2015 तक इस कार को पेश करने जा रही है। इसके लिए उसने ऑर्डर लेने शुरू कर दिए हैं। हालांकि अभी 10 हजार डॉलर की इसकी कीमत को देखते हुए सड़कों पर बहुत ज्यादा दिखने के आसार कम हैं। पर सोचना ही कितना रोमांचक है, आसमान में कारें दौड़ेंगी! शायद कल को आपके पास भी ऐसी एक कार हो।

Monday, August 5, 2013

साउदीमा हराए ६० हजार नेपाली महिला कामदार

काठमाण्डौं । गैरकानुनी रुपमा साउदी अरबमा ६० हजारभन्दा बढी घरेलु महिला कामदार (हाउसमेड) पुगेको भनिए पनि अहिलेसम्म करिब १ सय ८० बाहेकले स्वदेश फिर्तीको ‘आउट पास’ लिएका छैनन् ।
आममाफी घोषणाको पौने तीन महिना अवधिमा करिब ३५ हजार पुरुष कामदारले दूतावासबाट ‘आउट पास’ लिइसकेका छन् । तर यही अवधिमा स्वदेश र्फकन चाहने महिला कामदारको यो संख्या अत्यन्तै न्यून हो ।
भारतीय बाटो हुँदै साउदी पुगेको र र्फकनलाई समस्या परेको खबर आइरहने गरे पनि आममाफीमा भने उनीहरुले चासो दिएका छैनन् । आप्रवासी कामदारका लागि कार्यरत संस्थाहरुले महिला कामदारसम्म आममाफीको सूचना नपुगेकाले उनीहरुले अवसर लिन नसकेको बताएका छन् ।
‘हाउसमेडलाई यो खबर थाहै हुँदैन्,’ हाल नेपाल आएका एनआरएनए साउदीका सल्लाहकार इन्जिनियर धरम केसीले भने, ‘मुख्य कुरा सूचनाकै अभाव हो, अनि आममाफीको प्रक्रियाबारे थाहा नहुनु पनि हो ।’
साउदीमा नेपाली महिला कामदार मुख्यतः भारत हुँदै पुग्ने गरेको कान्तिपुर दैनिकमा खबर छ ।
केही खाडीका देश कुवेत, कतार, ओमन, बहराइन, यूएईका घरमा लगिएकालाई साहुले आफन्तलाई ‘उपहार’ भन्दै साउदी पुर्‍याउने गरेका छन् । साउदीस्थित नेपाली दूतावासले भने त्यहाँ घरेलु कामदार लैजान प्रमाणीकरण दिने गरेको छैन् ।

घरमा केक ल्याइदिने यान

एजेन्सी/ चीनमा एउटा यस्तो यानको आविष्कार भएको छ, जुन उड्दै ग्राहकको घरमा पुग्छ र अर्डरबमोजिमको केक र बेकरी दिएर फर्कन्छ ।
चीनको एउटा बेकरीले यस्तो विचित्रको यानको प्रयोग गरिरहेको छ । बेकरीले ग्राहकको सेवाका लागि यस्ता तीन ड्रोन यानको व्यवस्था गरेको छ । ड्रोन यानले बेकरीको प्रमुख शाखाबाट ग्राहकको अर्डर आकाशको बाटो प्रयोग गरी लैजान्छ ।

करिब साढे तीन फिट चौडाइ रहेको उक्त यानको वजन करिब १० किलो छ । यसलाई रिमोट कन्ट्रोलमार्फत नियन्त्रण गरिन्छ । यसमा राखिएको ट्विन क्यामेराले अर्डर दिने 
ग्राहक चिन्छ ।

पछिल्ला दिनमा चीनको हुआंगपु नदीमाथिबाट यस्ता यान ग्राहकको अर्डर पुर्‍याउन जाँदै गरेको देखिएका छन् । यान उडानका लागि नागरिक उड्ययन प्राधिकरणबाट अनुमति लिनुपर्छ ।

तर, यस्तो ‘डेलिभरी’ सेवा सबै प्रकारका ग्राहकलाई भने उपलब्ध छैन । किनकि, सेवा उपलब्ध गराउने उच्च दर्जाको भिआइपी बेकरी हो । जहाँ एउटा केकको अनलाइन अर्डर गर्न ३० हजार रुपैयाँभन्दा बढी खर्च हुन्छ । त्यहाँ ब्रिटेनका टप क्लासका केक मास्टर्सले केक बनाउँछन् ।

Indian man wearing dhoti not allowed on Dubai metro

A 67-year-old Indian visitor to Dubai was stopped from getting on the Dubai metro, apparently for wearing dhoti, India's traditional dress.

According to the victim's daughter Madhumati, a policeman stopped them near the punching gates of the Etisalat metro station last Saturday
 and told her father that this dress was not allowed and he could not go on the metro wearing it.
"I pleaded with him to let us go but the policeman refused to hear a word. It was really embarrassing and my father was really upset," she said.
Madhumati said that she tried her best to explain to the police officer that the dhoti was an Indian traditional dress, which covers the body fully but to no avail
. She filed a formal complaint after the incident.
She said her father, who is on a visit to Dubai, had travelled on the metro wearing the dhoti on various occasions but had never been stopped.
According to the Roads and Transport Authority (RTA), there is no official dress code or policy for the Dubai metro.
"What has happened is really surprising. There is no official restriction from the RTA and we have not given instructions on dress codes," said Ramadan Abdullah, director of operations at the RTA's Rail Agency.

"I think anything that covers the body and is respectable should be allowed. I believe it was a personal reaction on the part of the policeman and this matter will be investigated," he added.

ये मछलियां नाम लेकर बुलाती हैं...

डॉल्फिन मछलियां इंसानों की तरह एक-दूसरे को नाम से भी बुलाती हैं। स्कॉटलैंड की एक यूनिवर्सिटी के ताजा शोध में इस बात का पता चला है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये मछलियां एक दूसरे की पहचान जानने के लिए अलग-अलग तरह की सीटी बजाती हैं। जब इन्हें लगता है कि उनका नाम पुकारा जा रहा है तो वे इस पर प्रतिक्रिया देती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद में इनके रहने की कोई निश्चित जगह या सीमा नहीं होती, इस वजह से एक दूसरे के संपर्क में रहने के लिए एक व्यवस्था की जरूरत होती है। 

लंबे समय से ये माना जाता रहा है कि डॉल्फिन एक-दूसरे को पुकारने के लिए एक विशेष प्रकार की सीटी बजाती हैं, ठीक वैसे ही जैसे हम एक-दूसरे को नाम से पुकारते हैं। इसके लिए वैज्ञानिकों ने डॉल्फिनों की ध्वनि को रिकॉर्ड किया। इसके बाद उन्होंने पानी के नीचे स्पीकर लगाकर इस रिकॉर्ड को बजाया। देखा गया कि मछलियों ने केवल उन्हीं आवाजों पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें उन्हें पुकारा गया था। उन्होंने भी प्रतिक्रिया देते हुए सीटी बजाई। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहली बार किसी जीव में ऐसी क्षमता का पता चला है। हालांकि दूसरे शोधों से पता चला है कि संभवत: तोते की कुछ प्रजातियां अपने समूह में ऐसा करती हैं।

यह है अरबों का घर

लेथब्रिज हाउस नाम का यह घर बिकने को तैयार है, जिसकी कीमत 40 मिलियन पौंड यानी 3 अरब 73 करोड़ 59 लाख रुपए है। लेथब्रिज हाउस नाम का यह घर ब्रिटेन का सबसे महंगा घर है। इसे एक खूबसूरत पार्क में बना एक आलीशान महल कहा जाता रहा है। यह आलीशान घर जिस कीमत में बनाया गया था, यह अब उससे लगभग 170 गुना महंगा हो चुका है। यह घर ब्रिटेन के कॉर्नवॉल टेरेस में बना हुआ है, जो दुनिया की सबसे महंगा इलाका है। लेथब्रिज नाम का यह घर कॉर्नवॉल टेरेस में मात्र एक ऐसा घर है, जहां कैरेज ड्राइवे, स्विमिंग पूल, स्पा और डांस के लिए विशेष रूम मुहैया कराए गए हैं।

इसमें अलग से दो गेस्ट रूम भी हैं, जहां आप अपने गेस्ट को पूरे रॉयल अंदाज में ठहरा सकते हैं। यह घर 11,767 स्क्वायर फुट में बना हुआ है, जिसमें आकर्षक लिविंग एरिया, वाइन बार और एक मीडिया रूम भी है। लेथब्रिज हाउस के अंदर छह आलीशान बेडरूम और 7 बाथरूम बने हुए हैं। यह कोर्नवॉल टेरेस की आखिरी प्रॉपटीर् है, जो 1811 में बनाई गई थी और बिकने को तैयार है।

इस प्रॉपटीर् को एक बार बिल्डरों ने रीबिल्ट भी किया था। इसकी मरम्मत मेें करीब 83,000 घंटे काम किया गया था। एक साल तो इसकी नींव को ही ठीक करने मेें लगा गया था, क्योंकि यह पूरी की पूरी इमारत ही ईंट की बनी हुई है।

इसका प्राइज इंग्लैंड और वेल्स के एवरेज रेट 162,000 पौंड से 250 गुना महंगा है। इस घर को खरीदने वाले इंसान को अच्छी खासी जेब खाली करनी पड़ेगी, जिसमें उसे 6 मिलियन पौंड स्टैंप ड्यूटी के साथ 1,361.48 पौंड काउंसिल टैक्स के तौर पर खर्च करने पड़ेंगे। देखते हैं कौन सा रईस आदमी इस खरीदता है।

यहां शरीर पर परोसते हैं खाना

आपको यह जानकर कैसा लगेग अगर किसी रेस्टोरेंट में प्लेट की जगह आदमियों और औरतों के खुले बदन पर एक खास प्रकार की डिश परोसी जाए और लोग भी इसे बड़े चाव से खाएं। इतना ही नहीं अगर शरीर के बाल भी खाने में चिपक जाएं तो भी लोग उतने ही चाव से खाते हैं। जापान में एक रेस्टोरेंट है न्योताईमोरी। इस रेस्टोरेंट की खास बात है कि इसकी डिश साशिमी या सुशि। हालांकि यह डिश यहां लोगों की पसंदीदा डिश में से एक है पर इसकी खास बात है इसे परोसे जाने का अंदाज। इसे आदमियों या औरतों के नंगे शरीर पर परोसा जाता है। सुशि या साशिमी को परोसने के लिए प्लेट बनने वाले आदमी या औरत को पहले ही टेबल पर लिटा कर रखा जाता है। जैसे-जैसे लोग आते हैं उस पर सुशि को परोसा जाता है।
रेस्टोरेंट में युवाओं के साथ ही परिवार भी आते हैं और वे भी स्वाभाविक ढंग से इंसानी प्लेट रूपी इस शरीर पर रखे सुशि को उठाकर खाते हैं। पर खाना परोसने के लिए पहले इन आदमियों और औरतों को तैयार किया जाता है। पहले इन्हें खास प्रकार के सुगंध रहित साबुन से नहलाया जाता है। फिर ठंढ़े सुशि डिश को अपने ऊपर रख पाने लायक बनाने के लिए इन्हें बर्फीले पानी से नहलाया जाता है। लंबे समय तक बिना हिले-डुले, एक ही स्थिति में रहने के लिए इन्हें घंटों इसके लिए प्रशिक्षित किया जाता है। तब जाकर कहीं यह इंसानी प्लेट सुशि परोसे जाने के लिए तैयार होते हैं।

बार्बी डॉल की तरह दिखने वाली लड़की


बार्बी डॉल की तरह दिखने वाली लड़की
वह दिखती है बार्बी डॉल की तरह। उसकी आंखें, उसका शरीर, उसकी स्टाइल आपको चौंका देगी कि इतनी बड़ी, असली लड़की दिखने वाली, सांस लेने वाली बार्बी डॉल कब बन गई? लेकिन सच यह है कि यह बच्चों के खेलने वाली बार्बी डॉल गुडि़या की तरह दिखती जरूर है पर है एक जीती-जागती असली लड़की। जी हां, एक शक्ल वाले दो इंसानों को देखकर आप भगवान के करिश्मे की बात करते हैं। पर दुनिया की सबसे मशहूर गुडि़या बार्बी डॉल की तरह दिखने वाली इस लड़की को देखकर आप शायद कह उठें, भगवान तू भी इंसानों का मॉडल चुराने लगा । इससे भी ज्यादा रोमांचक इस लड़की की बातें हैं जो खुद को समय में घूमने वाली आध्यात्मिक गुरु बताती है और यहां आने का मकसद संसार में पनप रही नकारात्मक सोच को खत्म करना बताती है।
यूक्रेन की मॉडल वलेरिया लुक्यानोवा को पहली बार देखकर शायद आप चकमा खा जाएं कि आपके सामने कोई आदमकद बार्बी डॉल खड़ी है। वलेरिया लुक्यानोवा हूबहू बार्बी डॉल की तरह दिखती हैं। शारीरिक बनावट, कद काठी, चेहरे के भावों से आपको कहीं भी उनके बार्बी डॉल न होने का शक नहीं होता है। पर आप सोचते हैं कि सांस लेने वाली, आदमकद बार्बी डॉल कब बन गई! बार्बी डॉल की तरह दिखने वाले अपने चेहरे और कद-काठी के कारण 21 वर्षीय यह यूक्रेननियन मॉडल आजकल हर तरफ चर्चा का विषय बनी हुई हैं। हालांकि इससे भी अधिक दिलचस्प वलेरिया की बातें हैं। उनके अनुसार वह समय से यात्रा करने वाली आध्यात्मिक गुरु हैं और दुनिया में बढ़ रही नकारात्मकता को कम करने के लिए ही वह आई हैं।

टाइम्स स्क्वॉयर पर न्यूड पेंटिंग




यह नजारा है न्यू यॉर्क के टाइम्स स्क्वॉयर का। न्यूड पेंटर ऐंडी गोलब ने पूरी तरह से न्यूड दो मॉडल्स की बॉडी को किया पेंट। बहुत से लोगों को ऐंडी की 'आर्ट' पसंद आई, तो कुछ लोग मुंह बनाकर आगे बड़ गए। आगे देखिए न्यूड मॉडल्स की तस्वीरें
इस न्यूड मॉडल का नाम है जिएना जेम्स। बॉडी पेंटर ऐंडी ने कुछ ही पलों में अपना काम पूरा कर लिया। टाइम्स स्क्वॉयर पर घूमने आए लोगों ने उनकी इस आर्ट को खूब इंजॉय किया। 

जेम्स अकेली नहीं थी, जिन्होंने न्यूड होकर बॉडी पेंटिंग कराई। आगे देखिए और जानिए कि कौन था उनके साथ। 

जिस दौरान पेंटर ऐंडी इन मॉडल्स की बॉडी पेंट कर रहे थे, उस दौरान मीडिया भी वहां मौजूद था। न्यूज 5 की रिपोर्टर इस घटना को कवर कर रही थी।

आगे देखिए, कि बॉडी पेंट कराने के लिए मॉडल किस तरह से पब्लिकली न्यूड हो गई। पहले तो दोनों मॉडल टॉपलेस थे। दोनों के शरीर के ऊपरी हिस्से को जब पेंट कर लिया गया, तो दोनों ने बाकी बचे कपड़े भी उतार लिए। जी हां, उनके शरीर पर एक कतरन भी बाकी नहीं रही थी।

आगे की तस्वीर देखकर तो आप हैरान ही रह जाएंगे। 2 साल पहले ऐंडी को पब्लिक प्लेस में अश्लीलता फैलाने के आरोप में अरेस्ट कर लिया गया। अब उनकी वापसी इस शर्त पर हुई थी कि उन्हें रात को ही अपनी आर्ट का प्रदर्शन करने की इजाजत मिलेगी।मगर बाद में स्थानीय प्रशासन ने उन्हें यह छूट दे दी कि वह दिन में भी ऐसा कर सकते हैं, लेकिन अपने प्रोग्राम के बारे में उन्हें पहले से जानकारी देनी होगी।कुछ लोगों को उनका काम पसंद नहीं आता। वे कहते हैं कि उनकी बॉडी पेंटिंग में कुछ भी खास नहीं है, सिवा इस बात के कि वह न्यूड मॉडल यूज करते हैं।\मगर ऐंडी को बहुत से लोगों का समर्थन भी मिलता है। 

यह है अनोखा संसार।
ऐंडी अपने साथ दो मॉडल्स लाए थे। एक महिला और एक पुरुष। दोनों ने बेझिझक लोगों के सामने कपड़े उतारे और बॉडी पेंटिंग कराने लग गए।

आगे देखिए कि 10 जुलाई, 2013 को कैसे ये न्यूड मॉडल टाइम्स स्कवॉयर पर बॉडी पेंटिंग करा रहे थे और दूसरी तरफ एक न्यूज रिपोर्टर इस घटना को लाइव कवर कर रही थी। 

ब्लीडिंग नहीं है वर्जिनिटी की पहचान

पुराने दौर से ही महिलाओं की वर्जिनिटी (कौमार्य) को बेशकीमती माना जाता रहा है। हम दुनिया भर के अब तक के इतिहास पर नजर डालें, तो पता चलेगा कि वर्जिनिटी को मूल्यों और संस्कारों से जोड़कर देखा जाता रहा है। खास तौर पर महिलाओं की वर्जिनिटी पर ज्यादा जोर दिया जाता है। लेकिन अब यह मान्यता टूट रही है। शादी से पहले सेक्स अब कोई वर्जित विषय नहीं रहा। पुरानी पीढ़ी की मान्यताओं और शिकायतों से परे शादी से पहले सेक्स आज की जरूरत बन चुका है। फिर भी कुछ लोग वर्जिनिटी को बड़ा इश्यू मानते हैं। 

वर्जिनिटी को इश्यू बनाते हैं मर्द

जो कपल्स रिलेशनशिप में रह रहे हैं, वे सेक्स को लेकर फ्री माइंडेड हैं। वे पाबंदी और नैतिकता के बंधनों से आजाद हैं। वे मनमर्जी से सेक्स करते हैं। उनके लिए यह जरूरी नहीं है कि रिलेशनशिप शादी में तब्दील हो जाए। मगर जब भी शादी और खासकर अरेंज मैरेज की बात आती है, तो उनकी भौहें चढ़ जाती हैं। खासकर महिलाओं के यह बात काफी मुश्किलें पैदा कर देती है, क्योंकि पुरुष महिलाओं की वर्जिनिटी को काफी बड़ा इश्यू मानते हैं।
वर्जिनिटी जानने का कोई तरीका नहीं

गाइनकॉलजिस्ट महेंद्र वत्स के मुताबिक हमारे समाज में इस तरह की मानसिकता वाले लोगों की तादाद बड़ी संख्या में है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये सारी बातें हमारी संस्कृति और परंपरा में मजबूती से बनी हुई हैं। डॉक्टर वत्स के मुताबिक, 'एक आम सवाल से मुझे हमेशा दो-चार होना पड़ता है। मैं कैसे पता करूं कि मेरी गर्लफ्रेंड या होने वाली पत्नी वर्जिन है? इसका साफ जवाब है कि इसे जानने का कोई रास्ता नहीं है।'

पुरुषों की बेवकूफाना सोच

सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले के मुताबिक वैसे तो वर्जिनिटी कोई बड़ा इश्यू नहीं है, मगर मर्दों की पुरानी शिकायत है कि पहली रात में उनकी पत्नी को ब्लीड नहीं हुआ। यह पूरी तरह से बेवकूफाना सोच है कि ब्लीड नहीं हुआ तो वह वर्जिन नहीं है। ऐसा सभी के साथ जरूरी नहीं है। इसका मतलब यह नहीं कि वर्जिन नहीं है इसलिए ऐसा हुआ।'

नकली हाइमन लगवाई जा सकती है 

कोई लड़की वर्जिन है या नहीं, इसका पता दो ही तरीकों से चल सकता है- या तो वह प्रेगनेंट हो चुकी हो या फिर वह खुद स्वीकार कर ले। एक सेफ हाइमन कभी भी वर्जिनिटी का सबूत नहीं हो सकती, क्योंकि आजकल तो एक छोटा सा ऑपरेशन करवाकर भी आर्टिफिशल हाइमन लगाई सकती है। कई सारे डॉक्टरों के पास ऐसे केस आ रहे हैं। अब मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि एक प्लास्टिक सर्जन आसानी से हाइमन की तरह के टिश्यूज़ बना सकते हैं। इस प्रक्रिया को हाइमनोप्लास्टी कहते हैं

यह है हकीकत:
सच यह है कि फीमेल प्राइवेट पार्ट में मौजूद हाइमन के रप्चर होने से ब्लीडिंग होना वर्जिनिटी का सबूत नहीं है। सच यह है कि कुछ महिलाओं में तो हाइमन जन्म से नहीं होती। कई महिलाओं में यह लेयर बेहद इलास्टिक होती है और इंटरकोर्स के दौरान भी रप्चर नहीं होती। यही नहीं, कई महिलाओं को इसके रप्चर होने के बारे में पता ही नहीं चलता। हाइमन को सेक्स किए बिना दूसरी वजहों से भी नुकसान पहुंच सकता है। स्पोर्ट्स, डांसिंग, घुड़सवारी या टू-वीइकल्स पर पांव इधर-उधर करके बैठने से भी इसे नुकसान पहुंच सकता है। जिस हाइमन को पुरुष वर्जिनिटी का सबूत मानते हैं, दरअसल उस लेयर का काम महिलाओं के प्राइवेट पार्ट को बाहरी इन्फेक्शन से बचाना है।


ईमानदारी और भरोसा है जरूरी 

फैक्ट्स कहते हैं कि सिर्फ 42 प्रतिशत महिलाओं को ही पहले इंटरकोर्स के दौरान ब्लीडिंग होती है। इसलिए यह कहना समझदारी नहीं है कि पहली बार ब्लीड करने का मतलब वर्जिन होना है। याद रखें, हैपी मैरेज के लिए वर्जिनिटी ही एक आधार नहीं है। जरूरी है कि दोनों पार्टनर्स के बीच ईमानदारी और भरोसे का रिश्ता बना रहे।

21 सालों से जेल में बंद है पूजा भट्ट का दीवाना

अमृतसर।। अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद है बॉलिवुड ऐक्ट्रेस-प्रड्यूसर पूजा भट्ट का एक दीवाना। पूजा भट्ट से मिलने के अपने जुनून की वजह से अब्दुल शरीफ नाम का यह विदेशी नागरिक पिछले 21 सालों से भारतीय जेलों में बंद हैं। शरीफ जब 21 साल का था, तब वह पूजा भट्ट से मिलने की ख्वाहिश में अवैध रूप से भारत में घुस आया था। तब से लेकर आज तक वह जेल में ही बंद है।

90 के दशक में पूजा भट्ट की गिनती बॉलिवुड की हॉटेस्ट ऐक्ट्रेसेस में होती थी। 1991 में अब्दुल शरीफ ने 'सड़क' फिल्म देखी और वह पूजा भट्ट का दीवाना हो गया। पागलपन की हद देखिए कि उसने भारत आकर पूजा भट्ट से मिलने की ठान ली। पूजा से तो वह मिल नहीं पाया, लेकिन अपनी हस्ती जरूर गंवा बैठा। 21 सालों से जेल में बंद विदेशी नागरिक अब्दुल शरीफ अपनी याद्दाश्त गंवा चुका है। उसे और कुछ भी याद नहीं, सिवाए पूजा भट्ट के। दो दशकों से जेल में बंद शरीफ की उम्र 42 साल हो चुकी है, लेकिन इस विदेशी नागरिक को मालूम नहीं वह कहां से आया है। उसके पास कोई ऐसा पेपर नहीं हैं, जिससे वह अपनी नागरिकता साबित कर सके।

महंगा पड़ा प्यार
शरीफ को 1992 में उस वक्त अरेस्ट किया गया था, जब वह वाघा बॉर्डर से भारत में दाखिल हो रहा था। उसके पास जरूरी दस्तावेज नहीं थे, ऐसे में उसे 2 साल की कैद की सजा सुनाई गई। उसकी सजा की मियाद तो 1994 में ही पूरी हो चुकी थी, मगर वह अपनी याद्दाश्त खो चुका था। उसे उसके मुल्क भी नहीं भेजा जा सका, क्योंकि उसे खुद नहीं मालूम था कि वह कहां से आया है। कभी कहता है कि वह ईरान से आया है, तो कभी कहता है पाकिस्तान से। इंग्लिश अखबार डेली मेल के मुताबिक अमृतसर जेल के सुपरिटेंडेंट अमरीक सिंह ने बताया, 'हमने ईरान और पाकिस्तान के दूतावासों से संपर्क किया, लेकिन किसी ने भी शरीफ को अपना नागरिक नहीं बताया।'

ये क्या अब सनी नहीं करेंगी सेक्सी सीन्स

मुंबई। पोर्न स्टार सनी लियोन ने ये कहकर हड़कंप मचा दी है कि वे अब पोर्न स्टार की इमेज से बाहर आना चाहती हैं और अपनी अगली फिल्म में वे कोई भी अश्लील दृश्य नहीं करेंगी। शायद आपको यह बात हजम नहीं हो रही होगी, लेकिन ये सच है।
बीते दिनों एक इंटरव्यू के दौरान सनी ने कहा कि वो सचिन जोशी की फिल्म 'जैकपॉट' में कोई भी अश्लील सीन नहीं करेंगी।
इससे पहले सनी ने कहा था कि वे अपनी पोर्न स्टार की इमेज से बाहर निकलकर एक नई पहचान बनानी चाहती हैं। शायद इसलिए सनी ने ये कदम उठाया है। हालांकि इस फिल्म में अपनी ही सह अभिनेत्री के साथ उन्हें एक बोल्ड सीन देना था, लेकिन उन्होंने उसे करने से साफ मना कर दिया। हालांकि, उनके लिए ऐसा करना इतना आसान नहीं होगा। सनी की फिल्मों में सेक्सी और बोल्ड सीन्स के लिए ही ज्यादा मांग है।

बाबा रामदेव की शरण में मनीषा कोइराला

हरिद्वार
। अमेरिका से गर्भाशय के कैंसर का इलाज कराकर लौटीं प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री मनीषा कोइराला इन दिनों योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। पतंजलि योगपीठ फेस-1 में ठहरी मनीषा के स्वास्थ्य पर आचार्य बालकृष्ण नजर रखे हुए हैं।
रविवार को आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिन पर पतंजलि योगपीठ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मनीषा यहां नजर आई। इस दौरान उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी।
पतंजलि सूत्रों के मुताबिक 42 वर्षीय अभिनेत्री यहां योग करने के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाएं भी ले रही हैं। बताया जा रहा है कि योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की सलाह के बाद फिट होकर मनीषा जल्द ही फिल्मों में वापसी करने जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार उन्होंने हाल में फोटो शूट भी दिया है। पतंजलि में मनीषा के अभी और वक्त बिताने के आसार हैं।

12 सौ डॉलर में दो सेब

मेलबर्न। 21 वर्षीय एक ऑस्ट्रेलियाई महिला ऑनलाइन एपल के स्मार्टफोन खरीदने के चक्कर में धोखे का शिकार हो गई। उसे विक्रेता महिला ने एपल स्मार्टफोन की जगह सेब थमा दिए।
महिला ने एपल के दो स्मार्टफोन खरीदने के लिए गमट्री वेबसाइट पर विज्ञापन दिया था। इसके शीघ्र बाद एक अन्य महिला ने उससे संपर्क कर कहा कि वह 'दो एपल' बेचना चाहती है। दोनों की मैकडोनॉल्ड रेस्टोरेंट में मुलाकात हुई जहां इस महिला ने एपल बेचने की बात कहने वाली महिला को 1200 डॉलर (करीब 73 हजार रुपये) का भुगतान कर दिया। उसने सोचा कि इसके बदले में उसे दो स्मार्टफोन के डिब्बे मिले हैं। खरीदार महिला ने तत्काल डिब्बे की जांच नहीं की और घर पहुंचकर देखा कि इसमें दो सेब रखे हुए हैं। हेराल्ड सन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सीनियर कांस्टेबल जेस हॉपकिन ने लोगों से कहा है कि वे ऑनलाइन चीजें खरीदते समय सावधान रहें

यहां खाना और स्वागत में होता है अपमान

शीर्षक पढ़कर ही आप चौंकेंगे कि ऐसा कहीं होता है क्या? पर आपको बता दें कि यह सौ फीसदी सच है। हम जिन रेस्टोरेंट्स के बारे में यहां बताने जा रहे हैं वहां की विशेषता ही यही है। इन रेस्टोरेंट्स में आने वाले हर ग्राहक को अपमानित करना इनकी परंपरा है। खास बात यह है कि इनकी ये परंपराएं ही इनकी विशेषताएं हैं। लोग यहां के खाने की विशेषताओं के कारण नहीं, यहां की इन अजीबोगरीब परंपराओं के कारण आते हैं। आप सोचेंगे कि ऐसा कौन होगा जो गालियां खाने या प्लेट की जगह गंदे शरीर पर खाना खाने जाएगा? पर जनाब ऐसा होता है। इसे पसंद करने वाले लोग बड़ी संख्या में हैं और ये रेस्टोरेंट भी इनकी पसंद पर ही चल रहे हैं।
लास वेगास में डिक्स लास्ट रिसॉर्ट नाम का एक रेस्टोरेंट है जहां आप इसकी खूबियों से अनजान रहते हुए अगर चले जाएं तो शायद गालियां देते हुए यहां से बाहर आएंगे। यहां की खास बात यह है कि यहां खाने के साथ आपको अपमानित किया जाएगा। जी हां, यहां आने वाला हर व्यक्ति यहां के लजीज खानों का लुत्फ लेने से ज्यादा यहां के वेटरों से अपमानित होना पसंद करता है। आपको यहां खाना तो मिलेगा पर नैपकिन शायद ना मिले। नैपकिन की मांग करने पर तय है कि वेटर इसे आप के ऊपर फेंक कर जाएंगे। रेस्टोरेंट में घुसते ही यहां के वेटर आप पर फब्तियां कसेंगे। आपके सिर पर कागज से बनी एक टोपी रखेंगे जिस पर बहुत ही अपमानजनक शब्द लिखे होंगे। खाने का ऑर्डर देने पर हो सकता है आपको गालियां भी सुनने को मिलें। ऑर्डर देने में देर करने पर वेटर आपको सजा के तौर पर खाना देने से मना कर सकते हैं और वह भी बहुत बुरे अंदाज में। यहां तक कि यहां के डिश के नाम भी अजीबोगरीब और अपमानजनक हैं।
आप सुनकर आश्चर्य कर सकते हैं पर यहां आने वाला हर ग्राहक इसके मजे लेता है। दरअसल यहां आने वाला हर ग्राहक किसी न किसी कारण परेशान होता है। यहां आकर वे एक हल्के-फुल्के माहौल में अपनी परेशानियों को कम करना चाहते हैं। यहां के वेटरों के इस अपमानजनक लहजे पर वे हंसी-मजाक करते हुए अपनी मानसिक थकान भूल जाते हैं। रेस्टोरेंट के कर्मचारी और यहां आने वाले ग्राहक मानते हैं कि मजाक समझने वाले और मजाक का बुरा न मानने वालों के लिए यह मस्ती की जगह है। ऐसा भी नहीं है कि यह कुछ वर्ग विशेष के लोगों द्वारा ही पसंद किया जाता है। इस रेस्टोरेंट की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लास वेगास के अलावे भी इसकी 13 अन्य शाखाएं हैं।

अब हवा में उड़ेगी बाइक

अब हवा में उड़ेगी बाइक
लंदन। हवा में उड़ने वाली बाइक अभी तक एक सपना है। मगर जल्द ही यह सपना साकार हो सकता है। वैानिकों ने 95 किलोग्राम की रिमोट कंट्रोल से चलने वाली बाइक बनाई है, जो जमीन से कुछ मीटर की ऊंचाई पर हवा में पांच मिनट तक उड़ेगी।
चेक रिपब्लिक के प्राग में एक प्रदर्शनी में इसके इलेक्टिक प्रतिरूप को दिखाया गया। बाइक ने कुछ देर उड़ान भरी और फिर सफलतापूर्वक वापस जमीन पर उतर आई। बाइक में आगे और पीछे की ओर दो-दो और अगल-बगल बैटरी चालित प्रोपेलर लगे हैं। प्रोपेलर एक तरह का पंखा है जो घूम-घूम कर ऊर्जा पैदा करता है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि अभी यह सड़क पर चलने के योग्य नहीं है। कुछ देर उड़ने के बाद बैटरियों को चार्ज करना पड़ता है। ड्यूराटेक बाइसाइकिल्स के टेक्निकल डायरेक्टर मिलान डचेक ने कहा कि हर दस साल बाद बैटरियों की क्षमता दोगुनी हो जाती है इसलिए हम आशा करते हैं कि भविष्य में बाइक की इतनी क्षमता होगी कि इसका प्रयोग खेल, पर्यटन और अन्य कामों में किया जा सकेगा। ड्यूराटेक इस बाइक को बनाने में चेक की दो अन्य कंपनियों टेक्नोडट व इवेकटोर के साथ काम कर रही है। इससे पहले अगस्त, 2009 में ऑक्सफोर्डशायर के आइटी अध्यापक जॉन कार्वर ने एक बाइक बनाई थी जिसे फ्लाइक नाम दिया। यह उड़ान भरने वाला तिपहिया वाहन था। उन्होंने चैरिटी के उद्देश्य से ब्रिटेन में उड़ान भरी। कार्वर का वाहन नागर विमानन प्राधिकरण में पंजीकृत है। इसमें पैराशूट भी लगा है जो बाइक के हवा में होने के दौरान हमेशा खुला रहता है। इस बाइक को हर दो घंटे बाद ईंधन की आवश्यकता होती है और यह 25.4 किलोग्राम भार उठाने में सक्षम है। यह 32 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकती है।

बीयर केन से बना एक अजूबा घर

John Milkovisch

बीयर केन से बना एक अजूबा घर
आप अपने घर को सजाने के लिए क्या-क्या नहीं करते। महंगे से महंगा पेंट, महंगी पेंटिंग और न जाने क्या-क्या। पर क्या आप कभी सोच भी सकते हैं कि आपकी कोल्ड ड्रिंक की टिन की केन या बीयर केन भी आपका घर सजा सकती है। शायद नहीं। अपने घर की दीवारों पर पेंट की जगह कोल्ड ड्रिंक की केन इस्तेमाल करने की तो शायद आप सपने में भी नहीं सोच सकते। पर कभी-कभी कुछ चीजें बिना सोचे यूं ही हो जाती हैं। दुनिया को पागलपन लगता है, पर असलियत में वह एकदम नया इतिहास बन जाता है।हॉस्टन में एक आदमी ने अपने घर को पेंट की जगह बीयर केन से सजाया है।
हॉस्टन का रहने वाला जॉन मिल्कोविच आज इस दुनिया में नहीं है। पर अपने घर को 50 हजार बीयर केन से सजाने का उसका अनोखा अंदाज हर किसी की जुबान पर है। हॉस्टन में बीयर केन से सजा जॉन का घर लोग दूर-दूर से देखने आते हैं, पर जब तक जॉन जिंदा थे लोग उन्हें दिमागी तौर पर कमजोर मानते थे।दरअसल जॉन मिल्कोविच डिप्रेशन के शिकार थे। वे अपनी कोई भी चीज फेंकते नहीं थे। बीयर केन भी पीने के बाद फेंकते नहीं थे। इस तरह उनके घर में बीयर केन के ढेर जमा होने लगे। 1970 के शुरुआती दिनों में उन्होंने केन को काटकर उसे दीवारों पर लटकाना शुरू किया। हालांकि जॉन ने इसे कोई अजूबा या नायाब घर बनाने के मकसद से नहीं किया था। जॉन बस पड़ोसियों को खीज दिलाने के लिए ऐसा कर रहे थे। धीरे-धीरे यह खाली समय में वक्त बिताने का उनका साधन बन गया। मजे की बात यह है कि 17 महीने लगातार अपने खाली समय में ही काम कर पूरा घर उन्होंने केन से सजा दिया।
1980 जॉन की मृत्यु हो गई पर उनकी पत्नी और बेटे ने उनके इस अजूबे काम के निशान मिटाए नहीं। वे गंदे या जर्जर हो चुके केन को समय-समय पर हटाकर उसकी जगह नया केन लगा देते। इस तरह जॉन का यह घर अन्य सभी घरों से अलग दिखने लगा। यह पूरा घर टिन के डिब्बों से ढंका है। इसमें 50 हजार केन लगे हुए हैं। इसका एक फायदा यह भी है कि काटकर लगाई हुईं केन की लडि़यां हवा के झोंकों से एक-दूसरे से टकराकर मधुर आवाज करती हैं। बेकार चीज समझकर फेंक देने वाले टिन के केन से इतनी खूबसरती से सजा यह घर आज हर किसी के आकर्षण का केंद्र है।
10 साल पहले ऑरेंज शो सेंटर फॉर विजनरी आर्ट ने इसे फोक आर्ट का नमूना मानते हुए इसकी देखरेख और सुरक्षा के लिए अपने सेंटर के अंतर्गत ले लिया ताकि आम लोग भी फोक आर्ट के तौर पर इसे देख सकें। आज यही सेंटर इसकी देखरेख करता है। यह घर आम लोगों के लिए रविवार दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक देखने के लिए उपलब्ध है।

फेसबुकमा भाइरस खोज्नेलाई १० लाख डलर

फेसबुकको साइटमा रहेका विभिन्न खाले भाइरस तथा त्रुटी पत्ता लगाएर सूचना दिनेलाई फेसबुकले पुरस्कृत गर्ने गरेको छ । पछिल्लो दुइ वर्षमा यस्ता सूचनादातालाई पुरस्कार दिनका लागि १० लाख डलर खर्च गरिएको फेसबुकले जनाएको छ ।
यसरी फेसबुकको भाइरसका बारेमा जानकारी दिएर पैसा कमाउनेमा भारतीयहरु दोश्रो स्थानमा परेका छन् । ७ करोड ८० लाख फेसबुक प्रयोगकर्ता रहेको भारतका फेसबुक प्रयोगकर्ताहरुले फेसबुकको बग बाउन्टी प्रोग्राममार्फत लाखौँ रुपैयाँ आर्जन गर्न सफल भएका हुन् । भारतमा फेसबुकको यस्तो कार्यक्रमबाट लाभ आर्जन गर्ने मानिसको संख्या तिब्र गतिमा बढिरहेको बताइएको छ ।facebook
वेबसाइटलाई सुरक्षित तथा सफा राख्न मद्दत पूराउने शोधकर्तालाई हौसला प्रदान गर्न फेसबुकले दुइ वर्षअघि यस्तो कार्यक्रम सुरु गरेको थियो । बग अर्थात् त्रुटी वा भाइरसले सफ्टवेयरलाई क्रयास गर्छन् तथा सिस्टममा अनधिकृत रुपमा प्रवेश गरी ह्याक गर्ने खतरा पनि हुन्छ । फेसबुकले यो कार्यक्रम अपेक्षाभन्दा बढि सफल भएको बताउँदै १० लाख अमेरिकी डलर भन्दा बढि रकम पुरस्कारको रुपमा बाँडेको र फेसबुकको संरचना तथा प्रणालीलाई भाइरस तथा त्रुटीमुक्त बनाउन विश्वभरमा शोधकर्तासँग मिलेर काम गरेको जनाएको छ ।
फेसबुकका अनुसार ३२९ जना मानिसले यसरी पुरस्कार पाएका छन् । यसरी पुरस्कार पाउनेमा केही पेशेवर सफ्टवेयर प्रोग्रामर देखि लिएर विद्यार्थी तथा आंशिक जागिरेहरु पनि थिए । एक जना १३ वर्षको बच्चाले समेत फेसबुकको त्रुटी पत्ता लगाएर पुरस्कार पाएको बताइएको छ ।
फेसबुकको भाइरस पत्ता लगाएर सबैभन्दा बढि पुरस्कार पाउनेमा अमेरिका पहिलो, भारत दोश्रो, बेलायत तेश्रो, टर्की चौथो तथा जर्मनी पाँचौ स्थानमा छ । ५१ देशका मानिसले पुरस्कार पाएपनि अमेरिकी मात्रैले कुल पुरस्कार राशीको २० प्रतिशत कुम्ल्याउन सफल भएका छन् । अझ त्यसरी पुरस्कार पाउने मध्ये २ जनाले त फेसबुक कम्पनीमै जागिर पाएका छन् ।

Sunday, August 4, 2013

जब अश्लील वीडियो ने हिला दी इंडस्ट्री,शर्मसार हुई कैट, बिपाशा, प्रीटि



 
कॉन्ट्रोवर्सी और बॉलीवुड का मानो चोली-दामन का साथ है। कोई अपने लिए कॉन्ट्रोवर्सी खुद पैदा करता है तो किसी के लिए इससे बड़ी शर्मिंदगी की बात और कोई नहीं हो सकती। बॉलीवुड सितारे कई बार अश्लील एमएमएस के चक्कर में फंसे हैं। क्योंकि जब ऐसी वीडियोज़ लीक होते हैं, तब पूरी इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि इनकी फैन फॉलोइंग भी हिल जाती है। इन कॉन्ट्रोवर्सी वाले सकेंड्लस में बिपाशा, प्रीटि, कैटरीना की बहन के अलावा कई सितारे हैं। गलत तरीके से इनके एमएमएस जब मार्किट में पहुंचे, तब इंडस्ट्री में तहलका मच गया।
पूनम पांडे ने ट्विटर और फेसबुक पर बिकिनी बदलते हुए एक वीडियो डाला। बाद में पूनम ने माना कि यह वीडियो एक मैगज़ीन की फोटोशूट के लिए था।
 दुनियाभर में अपने नाम से भेजे जा रहे सेक्स एमएमएस से एमटीवी रोडीज तमन्ना ने भी नाराज़गी जताई।

फरदीन खान और कोइना मित्रा का अश्लील वीडियो

रिया सेन और अश्मित पटेल के सेक्स एमएमएस ने भी चारों ओर हंगामा मचा दिया था।
जब शाहिद और करीना की ऐसी तस्वीरें अखबार मे छपी, तब दोनों ने यह मानने से मना कर दिया कि यह तस्वीर इनकी है
कैटरीना की बहन इज़ाबेल का भी सेक्स वीडियो लीक  हुआ। लेकिन कैटरीना इज़ाबेल के बचाव में आगे आईं और बोलीं कि यह उनकी बहन नहीं है।
साल 2005 में प्रीटी जिंटा का एक क्लिप इंटरनेट पर घूम मचा चुका है। इस क्लिप में प्रीटी जिंटा को नग्न हालत में फव्वारे के नीचे नहाते दिखाया गया।
साक्षी तलवार एमएमएस
जब शाइनी आहूजा 
अभिनेता अमन वर्मा भी कास्टिंग काउच के आरोप में पकड़ा गया था।
पर अपनी नौकरानी के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा ता तब उनका करियर बर्बाद हो गया था।
बिपाशा बसु और अमर सिंह: बिपाशा बसु और अमर सिंह की यौन संबंधित बातों की ऑडियो टेप भी जब मीडिया के हाथ लगी, तब चारों ओर हलचल मच गई


मधुर भंडारकर और प्रीति जैन सेक्स कांड: अभिनेत्री प्रीति जैन यौन ने भी फिल्ममेकर मधुर भंडारकर पर उत्पीड़न और बलात्कार के आरोप लगाए थे।
 

अभिनेता अमन वर्मा भी कास्टिंग काउच के आरोप में पकड़ा गया था।


मधुर भंडारकर और प्रीति जैन सेक्स कांड: अभिनेत्री प्रीति जैन यौन ने भी फिल्ममेकर मधुर भंडारकर पर उत्पीड़न और बलात्कार के आरोप लगाए थे।
SCANDAL: जब अश्लील वीडियो ने हिला दी इंडस्ट्री,शर्मसार हुई कैट, बिपाशा, प्रीटि
शक्ति कपूर स्टिंग ऑपरेशन: एक प्रमुख हिंदी चेनल ने शक्ति कपूर पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें शक्ति एक अभिनेत्री से यौन संबंधित बातें कर रहे थे और फेवर्स मांग रहे थे।

 
वीना मलिक का अश्लील एमएमएस भी सुर्खियां बटोर चुका है