अञ्जुको सम्बन्ध बिच्छेद !

अञ्जुले मनोजसँग सम्बन्धबिच्छेदका लागि एक कानुन ब्यबसायीसँग परामर्श गरिरहेकी छन् ।

टीचर के टॉपलेस फोटो ने मचाया तूफान

ब्रिटेन के नामी हैरो स्कूल की एक आर्ट टीचर के टॉपलेस फोटो ने तूफान मचा दिया है। आर्ट टीचर जोएन सैली के ये उत्तेजक फोटो स्कूल के स्टूडेंट्स के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।

सेक्स डॉल ने बढ़ा दी सायरस की परेशानी!

किसी की लोकप्रियता और खूबसूरती का इससे भद्दा इस्तेमाल और क्या हो सकता है कि उसके नाम और पहचान पर सेक्स डॉल की बिक्री शुरु कर दी जाए।सिंगर माइले साइरस के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है।

अब नही देख पाएंगे पोर्न साइट्स

चीन में 62 ऐसी वेबसाइटों को प्रतिबंधित कर दिया गया है

लांच हुआ दुनिया की सबसे बड़ी साइज का ब्रा

ब्रिटेन की एक कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी साइज का ब्रा लांच किया है।

Friday, August 2, 2013

सरकने लगे कपड़े तो कैट और कई एक्ट्रेसेस ने ऐसे बचाई लाज

बॉलीवुड और हॉलीवुड की सुंदरियां अपने आपको फैशनेबल दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ती
इसी चक्कर में वह कई बार ऐसे आउटफिट्स पहनकर इवेंट्स में पहुंच जाती हैं जो काफी भड़काऊ तो होते ही हैं और इन्हें संभालना भी इन सेलेब्स के बस से बाहर हो जाता है।
ऐसे में कई बार इनके साथ या तो वार्डरोब मालफंक्शन की घटना घट जाती है या फिर यह सही समय पर अपनी ड्रेस एडजेस्ट कर इस शर्मिंदगी से बचने की कोशिश करते देखे जाते हैं।
इनके यही उप्स मूमेंट को फोटोग्राफर्स कैमरे में कैद करने में कोई कसर नहीं छोड़ते और सामने आती हैं कुछ ऐसी तस्वीरें:

सोनम कपूर

 परिणीति चोपड़ा
यामी गौतम

एकता कपूर
महिमा चौधरी
श्रीदेवी
जब सरेआम सरकने लगे कपड़े तो कैट और कई एक्ट्रेसेस ने ऐसे बचाई लाज
हंसिका मोटवानी

विद्या बालन
तब्बू

शिल्पा शेट्टी
गौहर खान

कैटरीना कैफ

श्रद्धा कपूर
Katherine Heigl

मलाइका अरोड़ा खान
कैटरीना कैफ

शिल्पा शेट्टी

Sun Feifei

Sun Feifei

तबाह हो जाएगा अमेरिका? बर्बादी के 10 संकेत

दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की हालत भी ठीक नहीं है। हर पांच में चार अमेरिकी युवा बेरोजगार है और आर्थिक तंगी के कगार पर है। अमेरिका में इस वक्‍त गरीबों की रिकॉर्ड तादाद है। अमेरिका में इस वक्‍त चार करोड़ 62 लाख यानी आबादी का 15 फीसदी हिस्‍सा गरीब है। यह मंदी के चलते बढ़ी बेरोजगारी का नतीजा है। 
 
एक अध्‍ययन के मुताबिक अमेरिका का मौजूदा आर्थिक संकट से देश की इकोनॉमिक आउटपुट बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंच रहा है। यह नुकसान आने वाले सालों में भी इसी तरह अर्थव्‍यवस्‍था को चोट पहुंचाता रहेगा। जानकारों का अनुमान है कि अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था को 14 ट्रिलियन का नुकसान हुआ है जो यहां की एक साल की जीडीपी के बराबर है। 
 
बीते कई सालों से अमेरिका का इंफ्रास्‍टक्‍चर खराब हालत में है और जल्‍द इसमें सुधार के संकेत भी नहीं दिखाई देते। अमेरिकन सोसायटी ऑफ सिविल इंजीनियर्स ने इंफ्रास्‍टक्‍चर पर सालाना रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में सड़कों, पुलों और अन्‍य सार्वजनिक सुविधाओं की स्थिति ठीक नहीं है। यहां कुछ ऐसे तथ्‍य पेश किए जा रहे हैं जो अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था की पतली हालत का संकेत है-  
अमेरिका में हर 9 में एक पुल जर्जर हालत में है। ऐसे पुल की मरम्‍मत या उसके स्‍थान पर नया पुल बनाने की जरूरत है।
अमेरिका के 84 हजार बांधों में से 14 हजार 'बेहद खतरनाक' हालत में हैं जबकि चार हजार बांध जर्जर हो चुके हैं। इन बांधों की मरम्‍मत के लिए 21 अरब डॉलर का खर्च आएगा।

अमेरिका की एक तिहाई आबाद कार से सफर नहीं करती है वहीं 45 फीसदी लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
अमेरिका के शहरी इलाकों में बने 42 फीसदी हाइवे अक्‍सर जाम रहते हैं जबकि यहां की 32 फीसदी बड़ी सड़कें खराब या दयनीय हालत में हैं। 

अमेरिका में हर साल पानी के करीब ढाई लाख पाइप फटने की घटनाएं सामने आती हैं। यहां की अधिकतर पाइपें 100 साल से भी अधिक पुरानी हैं।
अमेरिका के हवाई अड्डों पर भीड़-भाड़ और विमानों की उउ़ान में देरी की समस्‍या भी गंभीर है। इससे सरकारी खजाने को करोड़ों डालर का नुकसान होता है। फेडरल एविएशन एडमिनि‍स्‍ट्रेशन का अनुमान है कि इस वजह से होने वाला नुक
साल 2009 में 90 फीसदी बांधों से माल ढुलाई में बाधा आई थी। इस वजह से माल वाहक जहाज घंटों रुके रहे जिससे सामान ढुलाई में देरी हुई और आवश्‍यक वस्‍तुओं की कीमतें बढ़ गईं।
  रेलवे ट्रैक पर भीड़-भाड़ की वजह से अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था को हर साल 200 अरब डॉलर यानी जीडीपी का 1.6 फीसदी नुकसान हो रहा है।
हालांकि अमेरिका में स्‍कूलों में छात्रों का नामांकन हर साल तेजी से बढ़ रहा है लेकिन स्‍कूलों के कंस्‍ट्रक्‍शन पर होने वाला खर्च घटकर 2012 में 10 अरब डॉलर हो गया है। खर्च की यह रकम मंदी से पहले दोगुनी थी। 

अमेरिका में पार्कों में घूमने वालों की तादाद भी कम हुई है। साल 2011 में कुल 27 करोड़ 90 लाख लोगों ने पार्कों में विजिट किया। इन पार्कों की मरम्‍मत पर 11 बिलियन डॉलर खर्च किए जाने हैं।  
source* dainik bhaskar
सान 2020 में 34 अरब डॉलर के करीब पहुंच जाएगा जो 2040 में 63 अरब डॉलर हो जाएगा।